व्यवहार घर का शुभ कलश है, और इंसानियत घर की तिजोरी, मधुर वाणी घर की दौलत है, और शांति घर की महालक्ष्मी |
मीठा व्यवहार अवश्य मिलेगा तुम, मीठे बोल तो बोलो।
पानी की अपनी याददाश्त है आप इसके साथ, कैसे पेश आते हैं किस तरह के विचार और, भावनाएं पैदा करते हैं उसी के अनुसार वो, आपके शरीर में व्यवहार करता है।